नई दिल्ली। शत्रुघ्न सिन्हा का नाम आज के दौर में कौन नहीं जानता। अपनी एक आवाज से सबको 'खामोश' करने वाले बिहार के लाडले शत्रुघ्न सिन्हा ने अपने करियर की शुरुआत साल 1969 में फिल्म प्यार ही प्यार से की थी।
फिल्म में धर्मेंद्र हीरो के किरदार में थे, तो वहीं शत्रुघ्न सिन्हा को अपनी पहली ही फिल्म में विलेन की भूमिका अदा करनी पड़ी। 50s और 60s के दौर में हिंदी सिनेमा के सितारों को उनके अभिनय के साथ-साथ उनके गुड लुक्स के लिए भी पसंद किया जाता था।
राजेश खन्ना से लेकर दिलीप कुमार और देवानंद-धर्मेंद्र सहित कई अभिनेता ऐसे थे, जिनकी एक झलक पर फैंस के दिलों की धड़कन बढ़ जाती थी। इन्हीं सब के बीच में एक थे शत्रुघ्न सिन्हा, जो अपने चेहरे पर कटे हुए निशान की वजह से अक्सर शर्मिंदा होते थे।
इतना ही नहीं, वह फिल्म इंडस्ट्री में आने के बाद एक ऐसा गलत कदम उठाने जा रहे थे, जिसे करने से उन्हें दिग्गज अभिनेता ने रोका। क्या है ये पूरी कहानी चलिए जानते हैं-
कैसे लगी थी शत्रुघ्न सिन्हा को चोट
शत्रुघ्न सिन्हा के चेहरे पर निशान को देखकर कई लोगों तो ये लगता था कि ये उनका बर्थ मार्क है। हालांकि, ये उनका बर्थ मार्क नहीं, बल्कि बचपन में उनकी शैतानियो का नतीजा था। खुद शॉटगन ने अरबाज खान के शो में बताया कि उन्हें ये चोट कैसे लगी।
शत्रुघ्न सिन्हा ने अपने बचपन का किस्सा सुनाते हुए कहा कि एक बार उन्होंने अपने मामा को दाढ़ी बनाते हुए देखा था, उस दौरान उन्हें भी ये शौक चढ़ा। उन्होंने मस्ती में पहले शेव ब्लेड अपनी बहन के चेहरे पर चलाया, जिससे उनकी सिस्टर के फेस पर थोड़ा कट लगा, लेकिन उसके बाद भी शत्रुघ्न सिन्हा शरारत से बाज नहीं आए।
उन्होंने अपने हाथ से पानी चेहरे पर लगाया और ब्लेड चलाने लगे, जिससे उनके लिप एरिया के पास एक बड़ा सा कट लग गया और खून बहने लगा। उन्होंने डॉक्टर के पास न जाकर डेटोल और पट्टी उस पर लगाकर चोट कवर कर ली, जिसके बाद वो घाव नहीं भरा और निशान हमेशा के लिए बन गया।
चेहरे पर चोट के निशान की वजह से करने वाले थे बड़ी गलती
शत्रुघ्न सिन्हा ने इस दिलचस्प किस्से को आगे बढ़ाते हुए कहा कि जब वह इंडस्ट्री में नए-नए आए थे, तो उन्हें सभी एक्टर्स के सामने खुद के चेहरे पर इतने बड़े निशान को देखकर बहुत ही शर्मिंदगी होती थी। उन्हें ऐसा लगता था कि शायद इसकी वजह से उनका करियर बहुत लंबे समय तक इंडस्ट्री में नहीं चलेगा।
सबको खामोश करने वाले एक्टर एक समय पर अपनी इस चोट के निशान से इतना परेशान हो गए थे कि उन्होंने प्लास्टिक सर्जन से मिलने का मन बना लिया था।
हालांकि, उस दौर में देवानंद के साथ उनका काफी उठना-बैठना था, ऐसे में उन्होंने दिग्गज अभिनेता से अपनी इस परेशानी को शेयर किया और बताया कि वह क्या सोच रहे हैं। देवानंद ने उन्हें प्लास्टिक सर्जरी करवाने से इनकार कर दिया।
देवानंद की बात कैसे बनी शत्रुघ्न सिन्हा के करियर में वरदान
अपनी चोट से परेशान शत्रुघ्न सिन्हा को समझाते हुए देवानंद ने उन्हें कहा कि वह इस चोट को छुपाने के लिए कोई भी उलटा कदम न उठाए। दिग्गज अभिनेता देवानंद ने शत्रुघ्न सिंहां को अपना उदाहरण देते हुए बताया कि उनके भी दांतों के बीच में गैप है, लेकिन आज वही उनका सबसे बड़ा स्टाइल बन चुका है।
देवानंद की इस सलाह को शत्रुघ्न सिन्हा ने सीरियसली लिया और अपनी चेहरे के निशान के साथ ही इंडस्ट्री में काम किया। आज के समय में शायद ही शत्रुघ्न सिन्हा के चेहरे का वो निशान किसी को याद है। लोगों को बस याद है तो उनकी शानदार फिल्में और उनका जानदार अभिनय।