Dec 15, 2024, 23:23 IST

नेहा जोशी, ऊर्फ कृष्णा देवी वाजपेयी ने मनाया एण्डटीवी के ‘अटल’ के एक साल पूरा होने का जश्न

नेहा जोशी, ऊर्फ कृष्णा देवी वाजपेयी ने मनाया एण्डटीवी के ‘अटल’ के एक साल पूरा होने का जश्न

नेहा जोशी को हिन्दी एवं मराठी सिनेमा तथा टेलीविजन में उनके विविधतापूर्ण परफाॅर्मेंसेस के लिये जाना जाता है। उन्होंने अपनी अभिनय दक्षता से दर्शकों का दिल जीता है। नेहा अभी एण्डटीवी के शो अटल में कृष्णा देवी वाजपेयी की भूमिका निभा रही हैं। यह शो श्री अटल बिहारी वाजपेयी के बचपन से जुड़े अनकहे पहलू लेकर आया है। नेहा इस शो का एक सफल वर्ष पूरा होने से जुड़ी यादें ताजा कर रही हैं। एक खास बातचीत में वह अपनी भूमिका और ऐसे प्रेरक किरदार निभाने की चुनौतियों पर चर्चा कर रही हैं। 

‘अटल’ में कृष्णा देवी वाजपेयी की भूमिका निभाते हुए आपको एक साल हो गया है। कौन-सी बात इस किरदार को इतना प्रेरक बनाती है?
वक्त बड़ी तेजी से बीता है और यकीन करना मुश्किल है कि हम इस शो की पहली सालगिरह का जश्न मना रहे हैं। पहली बार जब मुझे यह भूमिका दी गई, तब मैंने संकोच किया था। कृष्णा देवी वाजपेयी का किरदार निभाना एक बड़ी जिम्मेदारी है और इस मौके के लिये मैं बहुत आभारी हूँ। कृष्णा देवी प्यार करने वाली माँ और समर्पित पत्नी हैं। वह उदार होने के साथ दृढ़ भी हैं। अपने पति का सहयोग करते हुए और नन्हे अटल को जीवन-मूल्यों की शिक्षा देते हुए उन्होंने स्वतंत्र भारत का सपना देखा था। उनका अपनापन और दृढ़ता मुझे बहुत प्रेरित करती है। शो की कहानी ही नहीं, बल्कि उनका उत्साह उन्हें इतना असाधारण बनाता है। उनका किरदार निभाने से मुझे एक एक्टर और इंसान, दोनों के तौर पर फायदा हुआ है।  

कम उम्र में एक माँ की भूमिका निभाकर कैसा लगा? यह आयुध भानुशाली (नन्हे अटल) के साथ आपका तीसरा प्रोजेक्ट है।
कम उम्र में एक माँ की भूमिका निभाने के इस सफर में मैंने खुद को एक्सप्लोर किया है। मैंने बच्चे की परवरिश करने वाली और उसे सुरक्षा देने वाली एक महिला के रूप में खुद को जाना और ऐसा पहले नहीं हुआ था। तीसरी बार आयुध के साथ काम करना बड़ा मजेदार रहा। उसकी प्रतिभा बेजोड़ है और पर्दे के पीछे का हमारा रिश्ता पर्दे पर भी बड़ी खूबसूरती से असली और खास जुड़ाव वाला बन जाता है। बीते वक्त के साथ हमारी एक स्वाभाविक लय बनी है, जो पर्दे पर हमारे सीन्स में बहुत गहराई लेकर आती है। माँ-बेटे का यह लगाव दिखाना सचमुच में खास रहा और मुझे इसका हर पल अच्छा लगता है।  

आपने हाल ही में आयुध भानुशाली के साथ ‘अटल’ के एक साल पूरा होने का जश्न ग्वालियर में मनाया था। वह कैसा अनुभव था?
श्री अटल बिहारी वाजपेयी की जन्मस्थली ग्वालियर में इस उपलब्धि का जश्न मनाना एक यादगार अनुभव था। उनके पिता के नाम पर स्थापित लाइब्रेरी और कंप्यूटर प्रशिक्षण केन्द्र का दौरा करना बड़ा प्रेरक रहा। बहादुर स्वीट्स पर उनके पसंदीदा बूंदी के लड्डू चखकर तो मजा ही आ गया! हमारी पूरी यात्रा अटल जी की विरासत को एक हार्दिक श्रद्धांजलि थी, जिसने हमें याद दिलाया कि अपने शो के माध्यम से हम कितनी दमदार कहानी पेश कर रहे हैं। 

कृष्णा देवी से आप निजी तौर पर कैसा जुड़ाव महसूस करती हैं? क्या उनकी भूमिका निभाने से आपका नजरिया बदला है?
कृष्णा देवी शांति से चुनौतियों का सामना करती हैं और लगातार दृढ़ता दिखाती हैं। इन गुणों ने मुझ पर गहरा असर डाला है। उन्होंने मुझे सिखाया है कि असली ताकत हमेशा जोर से चिल्लाने में नहीं होती है, वह चुपचाप अपने काम में लगे रहने और लगातार समर्थन करने में भी हो सकती है। उनकी भूमिका निभाने से मुझे अपने आस-पास लोगों में ताकत की बारीकी को समझने की सीख मिली है। इन गुणों को अपने जीवन में अपनाने के लिये मैं प्रेरित भी हुई हूँ। 

आपका ड्रीम रोल क्या है और क्या कोई खास किरदार है, जिसे आप निभाना चाहती हैं?
मैंने महिलाओं पर केन्द्रित एक किरदार निभाने का सपना देखा है, जिसमें ताकत, संवेदना और मजबूती हो। दर्शकों पर उसका गहरा असर होना चाहिये। ऐसी भूमिका आदर्श होगी, जो नेतृत्व में महिलाओं की ताकत दिखाए और दूसरों को प्रेरित करे। इस तरह से मैं महिलाओं का मनोबल बढ़ाने की उम्मीद कर सकती हूँ कि वे हिम्मत के साथ अपने सपनों को पूरा करने का प्रयास करें और पूरी दृढ़ता के साथ चुनौतियों का सामना करें। 

नेहा जोशी को ‘अटल’ में कृष्णा देवी वाजपेयी की भूमिका में देखिये, 
हर सोमवार से शुक्रवार रात 8ः00 बजे एण्डटीवी पर!