अपने कार्बन फुटप्रिंट को कम करना और पर्यावरण की रक्षा करते हुए जीवन जीना पहले से कहीं ज्यादा जरूरी हो गया है। यही वजह है कि अपसाइक्लिंग (रचनात्मक रूप से पुर्नइस्तेमाल/पुनर्निर्माण) जैसे काॅन्सेन्ट बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण बन रहे हैं। अपसाइक्लिंग पर्यावरणीय स्थिरता को बढ़ाने, संसाधनों के संरक्षण और आर्थिक एवं रचनात्मक अवसरों को बढ़ावा देने का एक व्यावहारिक तरीका है। अपसाइक्लिंग कचरे के रूप में फेंक दिये जाने योग्य चीजों का पुर्नइस्तेमाल कर कचरे को कम करता है और प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा करता है। इससे पैसों और एनर्जी दोनों की बचत होती है, क्योंकि यह आपके पास पहले से मौजूद सामानों के इस्तेमाल को बढ़ावा देता है, जिससे नये उत्पाद की जरूरत कम होती है। इसके अतिरिक्त अपसाइक्लिंग से रचनात्मकता को बढ़ावा मिलता है और सस्टेनिबिलिटी के प्रति जागरूकता बढ़ती है। इस वल्र्ड एन्वाॅयरमेंट डे (विश्व पर्यावरण दिवस) पर, एण्डटीवी के कलाकारों ने अपसाइक्लिंग की अहमियत और उन घरेलू चीजों के बारे में बात की, जिनका उन्होंने पुर्नइस्तेमाल किया। इन कलाकारों में शामिल हैं नेहा जोशी (‘अटल‘ की कृष्णा बिहारी बाजपेयी), हिमानी शिवपुरी (‘हप्पू की उलटन पलटन‘ की कटोरी अम्मा) और शुभांगी अत्रे (‘भाबीजी घर पर हैं‘ की अंगूरी भाबी)। ‘अटल‘ में कृष्णा बिहारी वाजपेयी का किरदार निभा रहीं नेहा जोशी कहती हैं, ‘‘मुझे अपनी लाइफस्टाइल में अपस्किल्ड चीजों को शामिल करना बहुत अच्छा लगता है। पुनर्निर्मित शूटिंग बैग्स से लेकर कस्टमाइज्ड मेकअप किट तक, मैंने एक प्रतिष्ठित ब्रांड, जो मेरे एक करीबी दोस्त का है, की कई अपसाइकल्ड चीजों को अपनाया है। पारंपरिक ब्रांडेड वस्तुओं की तुलना में अपसाइकल किए गए उत्पादों के प्रति मेरी दिलचस्पी प्लास्टिक के उपयोग को कम करने की मेरी प्रतिबद्धता से पैदा हुई है। अपसाइकल्ड उत्पादों को अपनाकर मैं प्लास्टिक के कचरे को कम करने और पर्यावरण को सकारात्मक रूप से प्रभावित करने में सक्रिय योगदान करती हूं। अपसाइकल्ड उत्पादों का इस्तेमाल करने के अलावा, मैं अपने पास मौजूद चीजों को भी अपसाइकल करने की कोशिश करती हूं। उदाहरण के लिये मैंने अल्युमिनियम की एक पुरानी केतली से एक अनूठा लैम्प बनाया है और एक चेन बास्केट का पुनर्निर्माण एक क्रिएटिव स्टोरेज साॅल्यूशन के रूप में किया है। इसके अलावा, मैंने अपनी पुरानी जींस से स्टालिश कुशन कवर भी बनाये हैं, जो मेरे लिविंग स्पेस को एक पर्सनल टच देते हैं। मेरी सबसे पसंदीदा अपसाइक्लिंग प्रोजेक्ट में शामिल हैं, 10 से भी ज्यादा बिरयानी पाॅट्स को खूबसूरत गमलों में बदलना। मैंने इन पाॅट्स को पिछले दो सालों में अपने बिरयानी आॅर्डर्स पर जमा किया था और ये वाइब्रेंट एवं इको-फ्रेंडली गमलों के रूप में मेरे होम गार्डन की शोभा बढ़ा रहे हैं। अपसाइक्लिंग मुझे अपनी क्रिएटिविटी को दिखाने और एक स्थायी एवं पर्यावरण के प्रति सजग जीवनशैली में योगदान देने में सक्षम बनाती है।‘‘
हिमानी शिवपुरी ऊर्फ ‘हप्पू की उलटन पलटन‘ की कटोरी अम्मा ने कहा,‘‘ रोजमर्रा की चीजों को नया रूप देकर, मैं अपने जीवन में सिंगल-यूज प्लास्टिक को कम करने के लिए प्रतिबद्ध हूं। मैंने अपनी पुरानी साड़ियों को टिकाऊ सूती बैग्स में और प्लास्टिक की बोतलों को रंगीन गमलों में बदलने की पहल की है। अपसाइकल की गई हर एक चीज पर्यावरणीय स्थिरता के प्रति मेरी अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाती है। मेरा मानना है कि प्लास्टिक मुक्त विकल्पों को बढ़ावा देना और प्लास्टिक प्रदूषण से निपटने के लिए रचनात्मकता को एक शक्तिशाली उपकरण के रूप में उपयोग करना महत्वपूर्ण है। मैंने बच्चों को आइसक्रीम स्टिक्स से आर्ट कंटेनर बनाते और पुर्नइस्तेमाल वाली चीजों से पेन होल्डर बनाते हुए देखा है। प्रत्येक अपसाइकल किया गया उत्पाद हमारी धरती के लिए हरियाली और स्वच्छ भविष्य की ओर एक छोटे लेकिन प्रभावशाली कदम को दर्शाता है।‘‘ शुभांगी अत्रे, जोकि ‘भाबीजी घर पर हैं‘ में अंगूरी भाबी का किरदार अदा कर रही हैं, ने कहा, ‘‘बांस के टूथब्रश का इस्तेमाल करने से लेकर पुराने कपड़ों से टेडी बियर बनाने और दोबारा इस्तेमाल की गई कांच की बोतलों से लैंप बनाने तक, अपने जीवन के हर पहलू में मैंने सस्टैनिबिलिटी को शामिल किया है। मैं कचरे को कम करने और प्राकृतिक सामग्री को अपनाने के लिए खरीदारी करते समय कपास और जूट बैग का भी चुनाव करती हूं। आइए हम पुनर्निर्माण, पुनः उपयोग और अपनी उपभोग से जुड़ी आदतों को फिर से परिभाषित करना जारी रखें और रोजमर्रा की वस्तुओं को अनमोल खजाने में बदल दें। अपसाइक्लिंग को अपनाएं और इसे जिंदगी जीने का तरीका बनायें, ताकि कचरे को अद्भुत वस्तुओं में बदल सकें और ऐसे भविष्य को प्रेरित कर सकें जहां रचनात्मकता और सस्टेनिबिलिटी एकसाथ चलती है।‘‘
अपने पसंदीदा कलाकारों को देखिये ‘अटल‘ में रात 8ः00 बजे, ‘हप्पू की उलटन पलटन‘ में रात 10ः00 बजे और ‘भाबीजी घर पर हैं‘ में रात 10ः30 बजे, हर सोमवार से शुक्रवार, सिर्फ एण्डटीवी पर!