मुंबई:- राजकुमार राव और तृप्ति डिमरी स्टारर फिल्म 'विक्की विद्या का वो वाला वीडियो' का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस फिल्म की कहानी का क्रेडिट अमित गुप्ता को नहीं मिला है। इसलिए इस फिल्म के सभी निर्माताओं के खिलाफ शिकायत पुलिस स्टेशन में हो गई थी। फिल्म के निर्माता भूषण कुमार, कृष्ण कुमार, एकता कपूर, शोभा कपूर, विमल लाहोटी, अश्विन वर्दे, राजेश बहल, राज शांडिल्य और विपुल डी शाह हैं।
पुलिस स्टेशन में शिकायत के बाद अमित गुप्ता को धमकियों के फोन आने लगे, जिसमें अंतरराष्ट्रीय नंबरों से आए कॉल भी शामिल है। अमित गुप्ता का कहना है कि 5 नवंबर को करणी सेना के नेता सुरजीत सिंह राठौड़ ने एक अनजान नंबर से अमित गुप्ता को फोन किया और उनसे फिरौती मांगी और जान से मारने की धमकी दी। जबकी अमित गुप्ता का बार-बार यही कहना था, कि वो कानून के हिसाब से जा रहे हैं। जिस पर सुरजीत सिंह ने कहा कि मैं जिस जगह पर बैठा हूं, मेरा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता। सुरजीत सिंह ने साफ लफ्जों में कहा कि अमित गुप्ता तुझे अगर अपनी जान बचानी है तो मुझे पैसे दे। वर्ना मैं तुझे जान से मार दूंगा। करणी सेना के नेता की इस तरह से बढ़ती गुंडागर्दी से साफ जाहिर होता है कि वो दशहत फैला रहे हैं। अमित गुप्ता को खुलेआम धमकी देने वाला ये सुरजीत सिंह राठौड़ है कौन और आखिर उसके पीछे है कौन? राजस्थान से आए ये लोग गुंडागर्दी करके बॉलीवुड में क्या यूं ही दशहत फैलाते रहेंगे। सुरजीत सिंह राठौड़ की तरफ से दी गई धमकियां सारी कॉल रिकॉर्डिंग अमित गुप्ता के पास है।
अमित गुप्ता ने जान से मारने की मिल रही धमकियों की शिकायत एक पत्र लिखकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति, गृह मंत्री अमित शाह, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्मंत्री देवेंद्र फडणवीस, मुंबई पुलिस कमिश्नर, जॉइंट पुलिस कमिश्नर, एडिशनल कमिश्नर ऑफ पुलिस, डीसीपी से की है और एफआईआर दर्ज कराने की मांग कर रहे हैं, उम्मीद है कि जल्दी उनकी एफआईआर दर्ज कर ली जाएगी।
अमित गुप्ता के वकील सुनील शुक्ला (एपेक्स ज्यूरिस एलएलपी के मैनेजिंग डायरेक्टर) ने बताया कि अमित गुप्ता के विवाद से संबंधित मेरा यह कहना है कि टी सीरीज ने अमित गुप्ता से सेटलमेंट के लेटर पर साइन करवाकर इस बात को माना है कि यह कहानी अमित गुप्ता द्वारा लिखी गई है। उसी कहानी पर फ़िल्म बनाकर उसे रिलीज़ करके अमित गुप्ता के साथ अन्याय किया गया है। न तो उन्हें मेहनताना दिया गया न फ़िल्म में क्रेडिट मिला।
अमित गुप्ता के कानूनी कार्रवाई शुरू करते ही उनको धमकियों के फोन आने लगे। हो सकता है ये धमकियां अमित गुप्ता को इसलिए दी जा रही हैं ताकी अमित गुप्ता कोर्ट ना जाए और अपना केस वापस ले लें। या फिर इसके पीछे कोई और मकसद है ये तो पुलिस की जांच के बाद ही पता चलेगा।
संत कुमार गोस्वामी की रिपोर्ट