Dec 15, 2025, 14:31 IST

सिडनी शूटिंग: बाप-बेटे निकले आतंकी, पाक कनेक्शन से खुलासा, 15 की जान लेने की वजह

सिडनी 

ऑस्ट्रेलिया के सिडनी स्थित बोंडी बीच पर एक यहूदी त्योहार की तैयारी के दौरान लोगों पर गोलियां बरसाईं गईं। इस हमले में कम से कम 15 लोगों की जान गई है। मामले में जांच शुरू कर दी गई है।

पुलिस ने शुरुआती जांच के बाद बताया कि लोगों पर गोलियां बरसाने वाले दो बंदूकधारी पिता-पुत्र थे। बता दें कि सख्त बंदूक नियंत्रण कानूनों वाले देश ऑस्ट्रेलिया में लगभग तीन दशकों में यह सबसे घातक गोलीबारी की घटना थी। वहीं, हमलावर की मां ने कहा कि मेरा बेटा ऐसा कर ही नहीं सकता है। 

उस समय मीडिया से बात करते हुए नवीन अकरम की मां ने कहा था कि उसका बेटा बेरोजगार है और रविवार सुबह वो अपने पिता के सा जर्विस बे गया था। पुलिस कमिश्नर लैन्योन ने भी इस हमले को लेकर अहम जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि आतंकी साजिद के पास दस सालों से लाइसेंसी बंदूक थी। वहीं इन्हीं आतंकियों की एक गाड़ी में आईडी और ISIS का झंडा भी मिला है। लैन्योन के मुताबिक अभी तक इस आतंकी हमले के पीछे कारण सामने नहीं आया है, आगे की जांच उसी पहलू पर आगे बढ़ने वाली है।

वीकेंड पर मछली मारने जा रहा हूं

आतंकी हमले में शामिल आंतकी साजिद अकरम और नवीद अकरम ने अपने घर में कहा था कि वे दक्षिणी समुद्री तट पर मछली मारने के लिए जा रहे हैं. इसके बाद उन्होंने इस वारदात को अंजाम दिया. 

आतंकी नवीद के बैकग्राउंड का पता चलते ही पुलिस ने सिडनी के पश्चिम में बोनीरिग में पुलिस ने उसके घर को घेर लिया, इस दौरान मीडिया से बात करते हुए नवीद की मां वेरेना (Verena) ने बताया कि उसका बेटा,  जो एक बेरोजगार राजमिस्त्री था, उसने रविवार सुबह परिवार से आखिरी बार बात की थी.  उसने बताया कि वह वीकेंड पर अपने पिता के साथ जर्विस बे गया था. 

साजिद के पास 6 लाइसेंसी हथियार बरामद

लैन्योन ने बताया कि जांचकर्ताओं ने घटनास्थल से संदिग्ध के छह लाइसेंसी हथियार बरामद किए हैं. उन्होंने आगे कहा कि साजिद के पास करीब दस साल से बंदूक का लाइसेंस था. पुलिस ने बताया कि संदिग्धों में से एक की गाड़ी में इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) और ISIS का झंडा भी मिला है. 

पुलिस का कहना है कि पिछले रात बॉन्डी बीच पर हुए जानलेवा हमले के बाद पुलिस द्वारा मारे गए 50 वर्षीय शूटर के पास मनोरंजन के लिए शिकार करने का गन लाइसेंस था.

NSW पुलिस कमिश्नर मैल लैन्योन ने कहा कि साजिद अकरम एक गन क्लब का सदस्य था, और राज्य के कानून के तहत उसे फायर आर्म्स लाइसेंस रखने का अधिकार था.

लैन्योन ने कहा, "हम इस हमले के पीछे के मकसद की जांच करेंगे और मुझे लगता है कि यह जांच का एक अहम हिस्सा है."

रविवार को सिडनी के बॉन्डी बीच पर 1,000 से ज़्यादा लोग जमा हुए थे. प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज ने कहा कि बंदूकधारी "हनुक्का के पहले दिन जानबूझकर यहूदी समुदाय को निशाना बना रहे थे."

राजमिस्त्री का काम करता था नाविद, दो महीने पहले गई थी नौकरी

ऑस्ट्रेलिया के अखबार सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड ने आतंकी नवीद की मां वेरेना से बात की है. उन्होंने कहा, "उसने रविवार को मुझे फोन किया और कहा, मां मैं अभी तैरने गया था, मैंने स्कूबा डाइविंग भी की, हम अभी खाना खाने जा रहे हैं, और फिर आज सुबह हम घर पर ही रहेंगे क्योंकि बहुत गर्मी है."

वेरेना ने कहा कि उसके बेटे के पास कोई हथियार नहीं है. और वो न तो बाहर जाता है, न ही दोस्तों से मिलता है. वह न तो शराब पीता है और न ही सिगरेट. वेरेना के अनुसार उसका बेटा ऐसी-वैसी जगहों पर भी नहीं जाता है. उसे बस अपने काम से मतलब है. 

अकरम को करीब दो महीने पहले ईंट लगाने की नौकरी से निकाल दिया गया था, क्योंकि जिस कंपनी में वह काम करता था, वह दिवालिया हो गई थी. 

सोशल नहीं था नवीद

वेरेना ने बताया कि कैब्रामेटा हाई स्कूल में हाई स्कूल के दिनों में उसके कई दोस्त थे, लेकिन वह ज़्यादा सोशल नहीं था.

अकरम को 2022 की एक सोशल मीडिया पोस्ट में टैग किया गया था, जिसमें दिखाया गया था कि उसने अल-मुराद इंस्टीट्यूट में कुरान की पढ़ाई पूरी कर ली है. यह इंस्टीट्यूट हेकेनबर्ग पश्चिमी सिडनी में अरबी और कुरान की पढ़ाई कराता है. इस पोस्ट को अब डिलीट कर दिया गया है. 

इस हमले में मरने वालों की उम्र 10 साल से 87 साल के बीच है. NSW के स्वास्थ्य मंत्री रयान पार्क ने पुष्टि की कि सबसे कम उम्र के बच्चे की मृत्यु सिडनी चिल्ड्रन्स हॉस्पिटल में हुई. आतंकी अकरम की मां हाउसवाइफ हैं. अकरम अपने आतंकी बाप, 22 साल की छोटी बहन और 20 साल के भाई के साथ रहता था. यह तीन बेडरूम वाली प्रॉपर्टी 2024 में खरीदी गई थी. ये परिवार पहले कैब्रामेटा में रहता था.

इस आतंकी हमले में का एक हैरान कर देने वाला पहलू यह है कि आतंकी साजिद के पास उस ऑस्ट्रेलिया में रेजिस्टर्ड गन थी जहां हथियारों को लेकर सबसे सख्त नियम है। पूरी चेकिंग और सभी दस्तावेज देखने को मिला किसी शख्स को ऑस्ट्रेलिया में बंदूक मिलती है। लेकिन यहां पर साजिद लंबे समय से एक गन क्लब के साथ जुड़ा हुआ था, उसी वजह से उसके पास लाइसेंसी बंदूक मौजूद थी। अभी के लिए इस आतंकी हमले के बाद पहली प्राथमिकता घायलों को बचाना है, ऐसे में Australian Red Cross Lifeblood की वेबसाइट ने लोगों से बड़ी तादाद में ब्लड डोनेट करने की अपील की है। सबसे ज्यादा ओ नेगिटेव ब्लड की जरूरत पड़ रही है।

अब ऑस्ट्रेलिया में हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं तो वहीं पूरी दुनिया भी इस हमले के बाद एकजुट दिखाई दे रही है। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इस हमले को लेकर नाराजगी जताई है। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इस घटना को लेकर कहा है कि उन्होंने लगभग 4 महीने पहले ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री को एक पत्र भेजा था जिसमें उन्होंने चेतावनी दी थी कि ऑस्ट्रेलिया की सरकार की नीति ऐसी है कि वह यहूदी विरोध की भावना को बढ़ावा दे रही है। नेतन्याहू ने कहा कि उन्होंने पत्र में लिखा था कि उनकी नीति यहूदी विरोधी भावना की आग में घी डाल रही है और ऑस्ट्रेलिया की सड़कों पर भड़क रही यहूदियों के प्रति नफरत को बढ़ावा दे रही है।

वैसे हनुक्का उत्सव के दौरान गोलीबारी की घटना के बाद अमेरिका के प्रमुख शहरों में यहूदी पूजा स्थलों और यहूदी कार्यक्रमों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। मियामी बीच पुलिस ने यहूदी पूजा स्थलों, स्कूलों और अहम स्थानों पर सुरक्षा बलों को तैनात किया है।