सावन कृपाल रूहानी मिशन मोतियाबिन्द के कारण होने वाले अंधेपन को खत्म करने की दिशा में पिछले कई वर्षों से मोतियाबिन्द सर्जरी शिविर लगाकर अहम भूमिका अदा कर रहा है। विश्व-विख्यात आध्यात्मिक गुरु और सावन कृपाल रूहानी मिशन जोकि एक आध्यात्मिक और गैर-लाभकारी संगठन है, के प्रमुख परम पूजनीय संत राजिन्दर सिंह जी महाराज के मार्गदर्शन में साल में दो बार मुफ्त आंखों की जांच और मोतियाबिन्द सर्जरी शिविरों का आयोजन किया जाता है ताकि उन लोगों की आंखों की रोशनी फिर से वापिस लाई जा सके, जो इसके ऑपरेशन का खर्च नहीं उठा सकते। इस नेक कार्य को अमल में लाने के लिए मिशन ने नौएडा के आईकेयर आंखों के अस्पताल के साथ मोतियाबिंद सर्जरी के लिए अत्याधुनिक उपकरण उपलब्ध कराने हेतु साझेदारी की है।
इस वर्ष 39वां मुफ्त आंखों की जांच व मोतियाबिन्द सर्जरी शिविर 15 से 23 सितंबर, 2024 तक दिल्ली के कृपाल बाग में आयोजित किया गया, जोकि 28वें विश्व आध्यात्मिक सम्मेलन ;13-20 सितंबर, 2024द्ध के दौरान मिशन द्वारा की जा रही निष्काम सेवा का एक अहम हिस्सा रहा है।
15 सितंबर को शिविर में शुरूआती जांच के दौरान 2600 लोगों में से 1089 भाई-बहनों को मोतियाबिन्द सर्जरी के लिए चुना गया और उन्हें नौएडा के आईकेयर अस्पताल तक निःशुल्क परिवहन की सुविधा प्रदान की गई, जहां अगले सप्ताह तक उनकी मोतियाबिन्द सर्जरी मुफ्त में की जानी थी। इस शिविर की शुरूआत से ही आईकेयर आंखों का अस्पताल अपने ऑपरेशन थियेटर, डॉक्टरों और कर्मचारियों का उपयोग इस नेक काम के लिए कर रहा है। इस शिविर में रोगियों की मोतियाबिन्द सर्जरी आईकेयर आई हॉस्पिटल के डॉक्टरों के साथ-साथ अमेरिका से आए डॉक्टरों द्वारा भी की गई, जोकि संत राजिन्दर सिंह जी महाराज द्वारा सिखाई गई निष्काम-सेवा की भावना के कारण ही अपनी सेवा मुफ्त प्रदान करने के लिए खासतौर पर अमेरिका से आए थे।
बहुत ही सावनधानी से किया गया आवश्यक कार्य और उसकी संपूर्ण देखभाल
शिविर के पहले दिन आईकेयर आंखों के अस्पताल के प्रशिक्षित चिकित्सा डॉक्टरों ने कई हजार से अधिक लोगां की स्क्रीनिंग कर उनकी जांच की ताकि मोतियाबिन्द हटाने की सर्जरी के लिए योग्य रोगियों की पहचान करने में उन्हें मदद मिल सके। सप्ताह भर चलने वाले इस शिविर के दौरान जिन रोगियों को उनकी सर्जरी की तारीख बताई गई थी, उन्हें कृपाल बाग में ठहराया गया, जहां उन्हें सावन कृपाल रूहानी मिशन के सेवादारों द्वारा तैयार किया गया भोजन मुफ्त में प्रदान किया गया। रोगियों को नौएडा के आईकेयर आंखों के अस्पताल की बसों में उनकी सर्जरी की संबंधित तिथियों के अनुसार अस्पताल तक ले जाया गया, जहां उनकी सर्जरी की जानी थी। वहां आईकेयर आंखों के अस्पताल के डॉक्टरों के साथ-साथ अमेरिका से आए आंखों के सर्जनों की एक टीम द्वारा रोगियों के मोतियाबिन्द हटाने की सर्जरी की गई, जोकि निष्काम-सेवा के प्रति समर्पित थी। सावन कृपाल रूहानी मिशन ने रोगियों और उनकी देखभाल करने वालों के लिए पढ़ने के चश्मे और अन्य आवश्यक सुविधाएं भी मुफ्त प्रदान कीं, ताकि वो सहज और संतोषजनक फील कर सकें।
पिछले कुछ वर्षों में सावन कृपाल रूहानी मिशन ने 17000 से अधिक लोगों को उनकी दृष्टि वापिस लाने में मदद की है।
संत राजिन्दर सिंह जी महाराज गैर-लाभकारी संगठन सावन कृपाल रूहानी मिशन के प्रमुख हैं, जिसे साइंस ऑफ स्पिरिचुएलिटी के नाम से भी जाना जाता है। एक पूर्व वैज्ञानिक, संत राजिन्दर सिंह जी महाराज के जीवन और कार्य को प्रेम और निष्काम-सेवा की एक लगातार चलने वाली यात्रा के रूप में देखा जा सकता है, जिसका उद्देश्य लोगों को मनुष्य जीवन के मुख्य ध्येय को खोजने में उनकी मदद करना है। पिछले 35 वर्षों से उन्होंने सभी क्षेत्रों के लोगों को ध्यान-अभ्यास की कला सिखाकर उन्हें अपने सच्चे आत्मिक स्वरूप से जुड़ने में उनकी मदद की है।
सावन कृपाल रूहानी मिशन के आज संपूर्ण विश्वभर में 3200 से अधिक केन्द्र स्थापित हैं। मिशन का भारतीय मुख्यालय विजय नगर, दिल्ली में है तथा अंतर्राष्ट्रीय मुख्यालय नेपरविले, शिकागो, अमेरिका में स्थित है।
सावन कृपाल रूहानी मिशन