Dec 23, 2024, 17:41 IST

भारत रत्न किसानों के मसीहा, एवं भारत के पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय चौधरी चरण सिंह की जयंती पर किसानों की ओर से दी श्रद्धांजलि

भारत रत्न किसानों के मसीहा, एवं भारत के पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय चौधरी चरण सिंह की जयंती पर किसानों की ओर से दी श्रद्धांजलि

कोटा,दिनांक23 दिसंबर 2024: हाडोती किसान यूनियन के कोटा स्थित कैंप कार्यालय पर क्षेत्रीय किसानों के प्रतिनिधियों एवं विभिन्न संगठनों एवं संस्थाओं की ओर से आज  किसानों के मसीहा एवं भारत के पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय चौधरी चरण सिंह की 122 वी जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए किसानों से आह्वान किया कि चौधरी चरण सिंह के बताएं मार्ग पर चलकर किसान हितों के लिए दलिए एवं जाति आधार से ऊपर उठकर सत्ता के केंद्र में भागीदारी निभाने की आवश्यकता बताई, राष्ट्रीय युवा संगठन के प्रदेश संयोजक एवं किसान यूनियन के प्रतिनिधि जगदीश कुमार ने बताया कि चौधरी चरण सिंह ने गांव एवं किसानों के हितों के लिए जमीदारी उन्मूलन एवं भूमि सुधार के लिए  उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं  भारत के प्रधानमंत्री के रूप में कहीं महत्वपूर्ण कार्य कर किसानों के हितों की नीतियां बनाने का काम किया।
किसान जागृति संगठन, गन्ना उत्पादक अंश धारी समिति, पंचायत राज संगठन, जल प्रबंधन एवं वाटर मास्टर संघ के प्रतिनिधियों राजेंद्र नगर, लोकेश कुमार मेघवाल, बद्रीलाल बैरागी, सूरजमल नागर, नंद लाल मेघवाल पूर्व सरपंच, मनवीर सिंह, चौथमल नागर, श्रवण कुमार सैनी, ओमकार नगर, दिनेश गौतम, रमेश सुमन, निर्दोष पालीवाल, देव गौतम, रामस्वरूप पहाड़,ने देश के किसानों के हितों के लिए जीवन पर्यंत समर्पण एवं समर्पित रूप से काम करने वाले किसानों के मसीहा चौधरी चरण सिंह जी के बताए हुए मार्ग पर कार्य करने का संकल्प दोहराया।
देश के 20 से अधिक राज्यों के 170 से अधिक किसान संगठनों के समन्वयक संयोजक एवं हाडोती किसान यूनियन के महामंत्री दशरथ कुमार ने स्वर्गीय चौधरी चरण सिंह के जीवन पर विस्तृत रूप से कहा कि उनका स्वयं का चौधरी साहब से संपर्क 1967 में उत्तर प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री श्रीमती सुचेता कृपलानी के स्थान पर मुख्यमंत्री निर्वाचित होने पर मुख्यमंत्री तत्व काल में उनके सादगी पूर्ण जीवन से प्रभावित होकर उन्हें अपना मार्गदर्शक (किसानों का मार्गदर्शक) स्वीकार किया। दशरथ कुमार ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा की जब जब किसानों की बात एवं किसान आंदोलन की चर्चा होगी तब तक चौधरी चरण सिंह की प्रेरणा एवं मार्गदर्शन के बिना अधूरी मानी जाएगी, चौधरी साहब कहा करते थे कि देश की वृद्धि एवं विकास का रास्ता खेत की पगडंडी और गांव से होकर गुजरता है, इस वाक्य की पूर्णता के लिए गांव के किसानों को संगठित होकर दलिए एवं जाति आधार से उन्मुक्त होकर देश की सत्ता का केंद्र बनने की आवश्यकता बताएं।