मोदी–Jordan रिश्तों की नई इबारत: 7 साल बाद ऐतिहासिक वापसी, IMEC से लेकर व्यापार और विरासत तक क्यों अहम है यह दौरा
Jordan मिडिल ईस्ट का ऐसा देश है, जहां तेल के भंडार नहीं हैं। हालांकि तेल न होने के बावजूद जॉर्डन के पास फॉस्फेट और पोटाश की भरपूर उपलब्धता है, जो उर्वरक उद्योग के लिए बेहद अहम हैं।यही वजह है कि भारत-जॉर्डन आर्थिक रिश्तों में उर्वरक और खनिज क्षेत्र की भूमिका केंद्रीय बनी हुई है।