Jun 18, 2024, 19:49 IST

भोपाल में एक बार फिर सड़कों पर उतरीं नर्सिंग छात्राएं , नियुक्ति की मांग को लेकर सतपुड़ा भवन घेरा

भोपाल में एक बार फिर सड़कों पर उतरीं नर्सिंग छात्राएं , नियुक्ति की मांग को लेकर सतपुड़ा भवन घेरा

छात्राओं ने कहा कि हमारा चयन PEB द्वारा किया गया था चार वर्षों का कोर्स पूर्ण कर चुकी है कॉलेज से रिलीविंग के भी एक साल पूरे हो चुके हैं। लेकिन अबतक हमारी पोस्टिंग नहीं हुई है।


भोपाल -  मध्य प्रदेश में बहुचर्चित नर्सिंग महाघोटाले की परतें खुलने के बाद राज्य सरकार की काफी फजीहत हो रही है पूर्व चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग को इस घोटाले का मास्टरमाइंड बताया गया है।

वहीं, नर्सिंग स्टूडेंट भी लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं मंगलवार को बारिश में भी नर्सिंग छात्राएं भोपाल में सड़कों पर उतरीं और अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया।

दर्जनों की संख्या में नर्सिंग छात्राएं छात्र नेता रवि परमार के नेतृत्व में सतपुड़ा भवन पहुंची। यहां उन्होंने नियुक्ति की मांगों को लेकर नारेबाजी की और सतपुड़ा भवन का घेराव किया। प्रदर्शनकारी नर्सिंग छात्राओं ने बताया कि शासकीय नर्सिंग कॉलेजों की छात्राएं है। उनका सिलेक्शन प्रोफेशनल एक्जामिनेशन बोर्ड (व्यापम) द्वारा किया गया था और चार वर्षों का बीएससी नर्सिंग का कोर्स पूर्ण हो चुका है। 

छात्राओं ने कहा कि हमारा नर्सिंग का सत्र 2018 से 2022 है। प्रोफेशनल एक्जामिनेशन बोर्ड (व्यापम) द्वारा दी गई प्रवेश नियम के अनुसार चार वर्षीय पाठ्यक्रम करने के पश्चात पांच (5) वर्ष की शासकीय सेवा करने के लिये वचनबद्ध रहने का बांड भरवाया गया था। हमारी कालेजों से रिलिविंग हुए पूर्ण 1 वर्ष हो चुका है, हम बॉन्डेड छात्राएं हैं। 

एनएसयूआई नेता रवि परमार ने कहा कि छात्राओं की जल्द से जल्द पोस्टिंग करवाई जाए। पोस्टिंग ना होने की वजह से  छात्राओं का एक वर्ष बर्बाद हो चुका है जिस वजह से छात्राओं को अनेक आर्थिक समयाओं से गुजारना पड़ रहा है।

 रवि परमार ने कहा कि तत्कालीन चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग के कारण नर्सिंग क्षेत्र भ्रष्टाचार और अनीमित्तताओं का अड्डा बन चुका है। नर्सिंग घोटाले में एक के बाद एक चौंकाने वाले तथ्य सामने आ हैं। यही कारण है कि न तो एग्जाम समय पर हो पाते हैं और न ही उन्हें पोस्टिंग दी जाती है। परमार ने राज्य सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि नर्सिंग बहनों को यदि जल्द पोस्टिंग नहीं दी जाती तो उग्र प्रदर्शन को मजबूर होंगे।