संस्कृति विभाग, मध्यप्रदेश शासन के आचार्य शंकर सांस्कृतिक एकता न्यास द्वारा 'राम लला प्राण-प्रतिष्ठा उत्सव' के उपलक्ष्य में 'रामोत्सव' कार्यक्रम का विशेष आयोजन किया गया। जनजातीय संग्रहालय सभागार में आयोजित इस कार्यक्रम का शुभारंभ प्रमुख सचिव संस्कृति श्री शिव शेखर शुक्ला ने किया। रामभक्तों द्वारा 'भए प्रकट कृपाला, दीनदयाला' के सामूहिक स्वरों के साथ भगवान राम की आरती भी की गई। 300 से अधिक प्रतिभगियों ने गोस्वामी तुलसीकृत राम-स्तुति 'श्री रामचंद्र कृपालु भजमन' का भी सामूहिक पाठ किया गया। इस अवसर पर जनजातीय लोककला एवं बोली-विकास अकादमी के निदेशक प्रो. धर्मेंद्र पारे, जन अभियान परिषद् के कार्यकारी निदेशक डॉ. पी के पाण्डे, आचार्य शंकर न्यास के प्रभारी अधिकारी डॉ शैलेंद्र मिश्रा व स्वामी वेदतत्त्वानंद पुरी जी उपस्थित थे।
शंकरदूतों द्वारा श्रीराम भुजंग प्रयात स्तोत्र का हुआ गायन
रामोत्सव कार्यक्रम में शंकर दूतों द्वारा आदि शंकराचार्य द्वारा भगवान श्री राम पर रचित श्रीराम भुजंग प्रयात स्तोत्र का समवेत गायन किया गया। न्यास द्वारा नियमित आयोजित होने वाले अद्वैत युवा शिविर से प्रशिक्षित होने वाले युवा ‘शंकर-दूत’ बन न्यास के साथ अद्वैत वेदान्त का प्रचार-प्रसार करते हैं। ऐसे 30 शंकर दूतों के समूह द्वारा राग हंसध्वनि में इस स्तोत्र का गायन किया गया। इस गायन का दस दिवसीय ऑनलाइन प्रशिक्षण बंगलुरू की श्रीमती लोकमाता विद्याशंकर द्वारा दिया गया। भोपाल के अतिरिक्त भारत में अन्यान्य स्थानों पर निवासरत शंकरदूतों द्वारा भी अपने-अपने स्थान पर इस स्तोत्र का सामूहिक गायन किया गया।