सभी बच्चे स्वस्थ्य रहें, कोई भी बच्चा गंभीर बीमार नहीं रहे। इसी मकसद को लेकर राज्य सरकार द्वारा पिछले वित्तीय वर्ष के दौरान 51 लाख 50 हजार रूपये खर्च करके 373 बच्चों की सर्जरी कराई गई है। आयुष्मान कार्ड के आधार पर 28 बच्चों की सर्जरी हुई है। सभी सर्जरी राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत की गई है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एस एस कुशवाह ने बताया कि 30 ऐसे बच्चे चिन्हांकित किये गये थे, जिनके दिल में छेद था। इनमें से 22 बच्चों की सर्जरी कराई गई है।
इसके अलावा दो कान की सर्जरी , 12 कटे होठ एवं तालू , 268 डेन्टल , एक न्युरल ट्यूब डिफेक्ट , पांच आंखो की आरओपी , आठ बच्चों के आंखों में (केक्टरेक्ट) ऑपरेशन , एक बच्चों की आंख (स्क्वाईट) ऑपरेशन , चार बच्चों के कॉक्लियर इप्लान्ट किये गये। इसके अलावा 28 बच्चों के पैर टेडे (क्लब फुट) निःशुल्क किये गये वहीं 22 बच्चों की अन्य सर्जरी की गई है।